Thursday, April 10, 2008

सारे कमाल उसके थे

सफर तो मैंने कीया था वरना साजो-समान उसके थे |
मैं तो बस राजदार था उसका वरना सारे राज़ उसके थे |

वह दरीया में प्यासा बैठा था जबकी समुन्दर तमाम उसके थे |
वह धूप में बैठा है छाओं देने को जबकी दरख्त सारे सायादार उसके थे |

यूं तो बज़ाहीर लोगो में मैंने रीज्क बांटा था लेकीन दर्पर्दा सारे हाथ उसके थे |
मैंने कमाल बुलंदी पर जाके सोचा सुमीत, यह तो सारे कमाल उसके थे |

[बज़ाहीर = Outwardly ; रीज्क = Livelihood, Subsistence ]

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